यह वाक्यांश ईसा मसीह के मुंह से उनके क्रूस पर चढ़ाई जाने से पहले कहे गए थे। यह संघटन गोलगोथा पर्वत पर हुई थी, जो कि "स्खलने का टिला" के रूप में जाना जाता है।
यह ईसा मसीह के अंतिम शब्द थे, जो कि पवित्र शास्त्रों में याद किए गए हैं। इस वाक्यांश में उनके प्रेम, सहानुभूति और दिव्य आचरण का एक उदाहरण है। जब वह क्रूस पर फाँसे गए, तो वे मनुष्य के रूप में दर्द और पीड़ा का सामना करते रहे, लेकिन उनका विश्वास और प्रेम कभी भी कम नहीं हुआ। उन्होंने अपने स्वामी के साथ एक सच्चे संबंध की प्रस्तावना की, जो उनके अंतिम क्षणों तक भी स्थिर रहा। यह वाक्यांश उनके दिव्य प्रेरित आचरण का एक प्रतीक है, जिसमें उन्होंने मानवता के लिए अपने आप को बलिदान किया।
यह वाक्यांश हमें यह भी सिखाता है कि, चाहे हमारे जीवन में कितनी भी कठिनाईयाँ आएं, हमें हमेशा अपने परमेश्वर में विश्वास और समर्पण बनाए रखना चाहिए। उनके प्रेम और समर्पण में, हमें आशा और शक्ति मिलती है कि वह हमारे साथ हमेशा हैं, चाहे हमें समस्याओं का सामना करना पड़े या खुशियों का आनंद लेना पड़े।
गुड फ्राइडे को ईसाई धर्म में "महाशुक्रवार" भी कहा जाता है। यह त्योहार ईसा मसीह के क्रूस पर चढ़ाई जाने की यात्रा को स्मरण करता है और उनकी मृत्यु की प्रस्तुति करता है। गुड फ्राइडे का दिन उस समय को याद करने का मौका देता है जब ईसा मसीह ने अपने जीवन की कीमत चुका दी और मानवता के पापों को धो डाला।
गुड फ्राइडे के दिन लोग अधिकतर चर्च में इबादत, प्रार्थना, और ध्यान करते है
जहां उन्हें ईसा मसीह के बलिदान की याद करने का मौका मिलता है। कुछ चर्चों में, कई लोग क्रूस के प्रतीक को अपने साथ लेकर यात्रा करते हैं, जबकि अन्य लोग चर्च में धार्मिक सेवाओं और प्रार्थनाओं में शामिल होते हैं। इस दिन को आमतौर पर शोक और संवेदनशीलता के साथ भी मनाया जाता है, क्योंकि यह ईसा मसीह के प्रेम और त्याग को स्मरण करता है।
गुड फ्राइडे का अर्थ है कि यह दिन "अच्छा" है, क्योंकि इस दिन के माध्यम से हम स्नेह, त्याग, और करुणा के महत्व को याद करते हैं, जो कि ईसा मसीह ने हम सभी के लिए दिखाया था। इसे "अच्छा" कहा जाता है क्योंकि यह हमें उस महान प्रेम और त्याग को याद दिलाता है जिससे हमें अपने परमेश्वर और अपने साथी मनुष्यों के प्रति सहानुभूति और समर्थन की प्रेरणा मिलती है।